एचआरटीसी की चलती बस में ड्राइवर को पड़ गया दिल का दौरा, पिछली सीट पर बैठी नर्स ने बचा ली जिंदगी, आज की खबर
कांगड़ा, जेएनएन। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के चालक को शुक्रवार को अचानक दिल का दौरा पड़ गया। यह बस धर्मशाला से कांगड़ा, टांडा जा रही थी। पुराना मटौर के पास बस अचानक सड़क पर रुक गई। इसे चला रहा ड्राइवर सीट से बेसुध होकर एक तरफ लुढ़क गया। इसे बस में सवार सभी लोग हैरान रह गए। इस दौरान बस में चालक की पिछली सीट पर बैठी फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा की स्टाफ नर्स काजल ने अन्य यात्रियों के सहयोग से ड्राइवर को खाली जगह पर लेटाया। चालक की नब्ज धीमी हो गई थी और धड़कन भी मंद थी। काजल को समझाने में देर नहीं लगी कि मामला गंभीर हैै।
काजल ने हौसला दिखाया और चालक को सीपीआर देना शुरू किया यानी छाती को जोर-जोर से दबाया। यह प्रक्रिया उसने करीब 15 मिनट तक जारी रखी। इस दौरान उसने मरीज को मुंह से ऑक्सीजन दी यानी कृत्रिम सांस दी। 15 मिनट बाद काजल की मेहनत रंग लाई। चालक के दिल की धड़कन ने तेज हुई और सांसें भी चलने लगीं। उसने अपनी आंखें खोल दीं और बात करनी शुरू कर दी। अब वक्त था विशेषज्ञ ट्रीटमेंट का, जिसके लिए नर्स ने उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने की सलाह दी।
फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अखिल गौतम और डॉ. अमित शर्मा ने बताया कि दिल का दौरा पडऩे पर यह गोल्डन पीरियड होता है। स्टाफ नर्स काजल ने जिस तरह से इस केस का शुरुआती और क्रिटिकल प्रबंधन किया है, वह काबिलेतारीफ है।
अस्पताल के डायरेक्टर ने की तारीफ
वहीं, फोर्टिस कांगड़ा के डायरेक्टर कर्नल एचएस भगत ने कहा कि यह अस्पताल के लिए गौरव की बात है कि स्टाफ नर्स काजल के साहसिक प्रयत्नों से मरीज को तुरंत प्राथमिक और आवश्यक उपचार मुहैया हो पाया। कर्नल भगत ने चालक के साहस और समझ की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस अवस्था में अगर ड्राइवर ब्रेक नहीं लगाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
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